5 Tips about baglamukhi sadhna You Can Use Today
5 Tips about baglamukhi sadhna You Can Use Today
Blog Article
११. ॐ ह्लीं श्रीं एं श्रीकल्पनायै नमः – ऊर्ध्व -ओष्ठे (ऊपरी ओंठ में) ।
प्रेतस्थां बगला-मुखीं भगवतीं कारुण्य-रूपां भजे ।।
जिह्वाग्रमादाय करेण देवीम्, वामेन शत्रून् परि-पीडयन्तीम् ।
श्रुतौ’ मम रिपून्’ पातु, नासिकां ‘नाशय’-द्वयम् । पातु गण्डौ सदा मामैश्वर्याण्यन्तं तु मस्तकम् ।।२
The son has the right more than all of the home of The daddy, nevertheless the knowledge that may be enlightened only through the Guru, the son also may get it from only initiation.
॥ श्रीविश्व-सारोद्धार-तन्त्रे श्रीबगला- मुखी-विश्व-विजय-कवचम् ।।
है। इससे भी भगवती बगला-मुखी की विशिष्ट शक्तियों का बोध होता है।।
पीताम्बरालंकृत-पीत-वर्णां, सप्तोदरीं शर्व-मुखामरार्चिताम् ।
३. श्रीजम्भिन्यै नमः दुष्टों या दुवृत्तियों को कुतर-कुतर कर टुकड़े करनेवाली को नमस्कार
योगिन्यः सर्वदा पान्तु, महाऽरण्ये सदा मम ।।१६
इस प्रकार स्पष्ट होता है कि ‘स्वतन्त्र तन्त्र’ में उल्लिखित कथा और ‘कृष्ण यजुर्वेद’ के दोनों मन्त्रों में कथित श्रीबगला-तत्त्व अभिन्न हैं।
Baglamukhi Puja is a powerful Hindu ritual that is thought to get remarkably helpful in removing obstacles and
‘महा-मन्त्र’ समृद्धि एवं मुक्ति-दायक हैं। -सम्पादक
ऋषि भी श्रीभैरव जी get more info हैं, किन्तु इसको पूछनेवाली श्रीपार्वती जी हैं और बतानेवाले श्रीशङ्कर